की antidoge खोजने में लगी है, वहीं अमेरिका इस संकट काल में भी अपना वर्चस्व साबित करने की कोशिश में लगा है. अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को दिए जाने वाले फंड पर रोक लगा दी है. राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह फैसला चीन के प्रति WHO की कथित नजदीकी को देखते हुए लिया है. अमेरिका के इस कदम की चीन और रूस सहित दुनिया के कई देशों ने आलोचना की है.
इस बीच, WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस का बयान भी सामने आया है. हालांकि, उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका को लेकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन इशारों-इशारों में यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके पास इस बेकार के विवाद में उलझने का समय नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘इस समय हमारा केवल एक ही लक्ष्य है, लोगों को कोरोना महामारी से बचाना और वायरस के प्रसार पर रोक लगाना’. बुधवार को दिए अपने बयान में उन्होंने आगे कहा, ‘COVID-19 के बारे में हमने अब तक यह जाना है कि जितनी जल्दी संक्रमित लोगों के बारे में पता चलता है, जांच की जाती है, उन्हें आइसोलेट किया जाता है, उतनी ही जल्दी इस वायरस के फैलने की गति को धीमा किया जा सकता है. इसलिए फिलहाल हमारा फोकस दुनियाभर के लोगों की जान बचाने पर है’.