बोटाद के गोरडका गांव की दो बहने ,जिसने अपने gav or जिले का नाम रोशन किया है।
गढ़डा तालुका के गोरडका गांव के धरजिया परिवार की दो बहनों को सीमा सुरक्षा BSF बल में चुना गया है और प्रशिक्षण प्राप्त करके गांव लौट आई हैं। गोरडका गांव निवासी परबतभाई धरजिया, जो दिन में रिक्शा चलाते हैं और रात में ग्राम रक्षक दल (जीआरडी) में काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। लेकिन जब से उनकी दोनों बेटियां छोटी थीं, वह पढ़ाई से लेकर खेल तक हर चीज में होशियार और फुर्तीले रही हैं। दोनों बहनों में बचपन से ही देश की भावना और देशकेलिए कुश करने का जुनून था।
मां की छत खोने के बावजूद दोनों बेटियां आत्मविश्वास से भरी थीं।उनके पिता बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे थे। रिक्शा चलाने के बावजूद, उनकी बेटियां समाज में एक प्रमुख नाम और देश की सेवा करना चाहती थीं। दूसरी ओर, दोनों बेटियां सेना में भर्ती होने की इच्छा रखते हुए चयन होने के लिए लगातार मेहनत कर रही थीं। दोनों बहनों के सेना में चयन होने की खबर सुनकर परिवार बहुत खुश हुआ। वाह उसके मुंह से निकले अद्भुत शब्द और पूरे जिले में खबर फैल गई और लोग खुशी व्यक्त कर रहे थे। दोनों बहनों ने एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया महिला समाज में दोनों बहनों का नाम रोशन में है, Botad जिले केे गोरडका गांव का नाम रोशन किया है।